धुंधले है नजारे..
धुंधले है नजारे..
फिर भी हम सब,
अपने रास्ते निकालें...
थामना खुद को,
सिखाया नहीं किसीने...
मंजिल को पाना,
है मुश्किल घड़ी मैं...
दूर का देखकर,
रास्ता चुना है हमने...
मंजिल का तो पता नहीं,
साथ वालों की खुशी,
जरूर चुनी है हमने
धुंधले है नजारे..
फिर भी हम सब,
अपने रास्ते निकालें...
©अपनी_कलम
धुंधले है नजारे..
धुंधले है नजारे..
फिर भी हम सब,
अपने रास्ते निकालें...