"Unsplash हंसकर एक बार फिर से गले लगा लो ना
मै तेरा ही अंश हूं ना यूँ मुझे रुलाओ मां
हां गल्ती है मेरी जो कहना तुम्हारा नही माना
पर मेरी गल्ती की सजा खुद को क्यों देती हो मां
मेरे रोने पर आंखे आप की भी भर आती है
गर लगे चोट मुझे तो दर्द तुम्हें भी होता है
यूं ना रुठो कुछ तो बोलो ये मौन तेरा बहुत सताता है
आज से ना कभी वो काम करूंगा जो तुम्हें नही भाता है
हंसकर एक बार फिर से गले लगा लो ना
मैंतेरा ही अंश हूं ना यूं मुझे रैलाओ मां
अल्फाज मेरे✍️🏽🙏🏼🙏🏼
©Ashutosh Mishra"