चलो हम एक युद्ध करते हैं
तुम हम पर मरो , हम तुम पर मरते है ।
इन हथियारों से क्यों लड़ना , इससे होती है चारो ओर तबाही ,
मरते हैं बेगुनाह ओर मासूम लोग , चलो हम कलम से लड़ते हैं ,
हम गजले लिखते हैं तुम पर उन गजलों पर मरना ,
तुम काजल लगाओ , हम उस पर मरते हैं ।
तुम मेरे दिल पर करना कब्जा ,
हम तुम्हारे दिल पर करते है कब्जा ,
चलो हम एक दूसरे के दिल मे रह जाते हैं ।
चलो हम प्रेम युद्ध करते हैं
हम एक दूसरे से प्रेम करते हैं ।
हम प्रेम में तुम्हारे पाव में बेड़िया नही ,
तुम्हारे पाव में पायल बांधेंगे ,
तुम इन पायल की आवाज से मेरे दिल को घायल करना ,
हम शायरी से तुमको घायल करते है
तुम अपनी जुल्फों से हमे कैद करना
हम आपके कैदी हो जाते है
वैसे महोब्बत के युद्ध मे कौन जीतता है कौन हारता है ,
दोनो ही एक दसरे में जीते हैं .
चलो हम एक युद्ध करते हैं
तुम हम पर मरो , हम तुम पर मरते है ।
- विक्रम
©VIKRAM RAJAK