दिल के जज्बात...।
लोग दूसरों की सुनना पसंद करते हैं,
पर अपने दिल के जज्बात को बयां नहीं कर पाते,
क्योंकि वो दूसरों के जैसा बनना चाहते है,
पर खुद की खूबी से अनजान रहते हैं,
वाह रे वाह दुनिया के लोगों,
किसी के पास कहने के लिए बहुत कुछ है,
पर किससे कहें क्योंकि सुनने वाला कोई नहीं,
और कोई सुनने को बेकरार है,
पर कोई अपने दिल के जज्बात बयां नहीं कर पाता,
यूं उलझन में वो उलझा हुआ रहता है,
न जाने कब अपने दिल के जज्बात को करेगा बयां,
क्यों खुद में इतना उलझा हुआ रहता है,
डर है कि लोग मेरी बात को सुन हंसेंगे,
तो निकाल फैंक वो डर और खुल कर बयां कर जज्बात,
क्योंकि जब तक कहेगा नहीं तब तक डरता रहेगा।
©Pinki Khandelwal
कभी कभी हमारे जज्बात दिल में रह जाते हैं,
हम कहना चाहते हैं पर कुछ कह नहीं पाते।