तुझे तेरी हंसी में भी,नजर बस मै ही आऊंगा।
तू हस्ती है कितनी तरह,ये बस मै ही बताऊंगा।
वो बिंदी किस जगह पे है,जरा देखो बताओ तो।
कन्हा जचती है ये जादा,जरा करके दिखाओ तो।
ढूंढेंगी हर दफा नजरे,नजर जो मै ना आऊंगा।
तुझे तेरी हंसी में भी,नजर बस मै ही आऊंगा।
तू हस्ती है कितनी तरह,ये बस मै ही बताऊंगा।
तेरे होठों की लाली पे,कौन सा रंग जंचता है।
कौन मारता है चेहरे पे,कौन मरने से बचता है।
नहीं देखे हो तुम तारे,तुम्हे दिन में दिखाऊंगा।
तुझे तेरी हंसी में भी,नजर बस मै ही आऊंगा।
तू हस्ती है कितनी तरह,ये बस मै ही बताऊंगा।
नहीं जो सबको देता रब,तुम्हे वैसा दिया है दिल।
कसम से कहर ढाते है,तेरे होठों के काले तिल।।
सजोगी चाहे तुम जितना,साड़ी मै ही बताऊंगा।
तुझे तेरी हंसी में भी,नजर बस मै ही आऊंगा।
तू हस्ती है कितनी तरह,ये बस मै ही बताऊंगा।
©Anand S.....