White कोई ढूंढे प्रशंसक
मैं ढूंढू आलोचक
द्वंद हो विचारों का
तर्कों का बाण चले
मेरी अज्ञानता उजागर हो
हो गर उसका तर्क प्रबुद्ध
वो मुझ में भी धारण हो
द्वंद हो विचारों का
वाद-प्रतिवाद फिर संवाद का दर्शन हो
विचारों का विकास पथ में एक-दूजे का समर्पण हो
द्वंद का अर्थ सीख हो ,बैर नही
मिल जाये कोई एक सा फिर क्या साझा कर पाओगें ?
©Arun kr.