कहांवा गैलू नानी माई, दा ना हमके तूं बताई !
कैसे ताहरा बिना नानी, जिनगी हम के जियल जाई !!
रविकेश रोबेला नानी, रोबेला अनमोल भाई !
शुभम् - सत्यम, रोई रोई नानी गईले पगलाई !!
रोई रोई कहे अलका, आरती,
वर्षा दादी से द मिलवाई !!
ताहर जुदाई ना, मामा से सहल जाई !
रोबेला मामी, माई, मौसी
आऊरु पिंटू , अमन भाई !!
कहांवा गैलू नानी माई, दा ना हमके तूं बताई !
ताहर याद में लिखेला गीत रविकेश कलम से आंसू बरसाई !!
©Ravikesh Kumar Singh
#sunrisesunset