गगन नाचता, पवन नाचता, यों सारा संसार नाचता
मैं कवि हूँ, मेरे गीतों में घुँघरू बाँध प्यार नाचता !
सबको नाच नचाने वाला
खुद भी करता है ता थैया;
पैरों पर नाचे वृन्दावन
सिर पर नाचे कुँवर कन्हैया !
©HintsOfHeart.
#International_Dance_Day_2024
-श्यामनंदन किशोर