काबिल ऐ तारीफ़ है वक़्त की तासीर, कितना भी बुरा हो,

"काबिल ऐ तारीफ़ है वक़्त की तासीर, कितना भी बुरा हो, गुज़र ही जाता है।।"

 काबिल ऐ तारीफ़ है वक़्त की तासीर,
कितना भी बुरा हो, गुज़र ही जाता है।।

काबिल ऐ तारीफ़ है वक़्त की तासीर, कितना भी बुरा हो, गुज़र ही जाता है।।

#parul_diaries #वक़्त #तासीर

People who shared love close

More like this

Trending Topic