कभी मेरे अभिप्रेरक बने,
कभी हमदर्द रहे,
कभी माँ के जैसा दुलारा,
कभी एक साथी के जैसे संभाला,
कभी मेरे मारदर्शक बने,
क्या कहूं आप में मैंने हर एक छवि पाया है।
।। एक ख्वाहिश मैंने देखी,
जिसे आकार आप ने दिया।।
शुक्रिया आप का जो इस पल को मेरी जिंदगी में लाया, ये मेरी जिंदगी का सबसे खूबसूरत पल रहा, शायद अल्फाज कम पड़ जाए जज्बातों को बया करे।
शुक्रिया आप सब का जिन्होंने मेरे ख्वाहिशों को मुक्कमल जहां दिया, ये वो अरमान थे जिसे मैंने बरसो पहले संजोया था, वक्त की करवट ने इन ख्वाहिशों को धुंधला कर दिया , पर आप ने मेरे इन ख्वाहिशों को फिर से संजोया और आप ने मुझे फिर से इन पलों को जीने का अवसर दिया इस पल ने मुझे सब कुछ दे दिया, ये पल यादगार बन गए।
- स्वाति सोनी
©Swati Soni
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