आंखें ही बयान करती हैं हाल-ए-दिल को दिल की ख़वाइश | हिंदी Love

"आंखें ही बयान करती हैं हाल-ए-दिल को दिल की ख़वाइशें लफ़्ज़ों की मोहताज नहीं दिल की आवाज़ रूह से सुनी जाती है मिलने की तलब हो यार को, पलकों का चिलमन उठ कर झुकना ही देता है दिल लफ़्ज़ की आवाज़ को ©Dr Supreet Singh"

 आंखें ही बयान करती हैं हाल-ए-दिल को 
दिल की ख़वाइशें लफ़्ज़ों की मोहताज नहीं 
दिल की आवाज़ रूह से सुनी जाती है 
मिलने की तलब हो यार को, 
पलकों का चिलमन उठ कर झुकना ही 
देता है दिल लफ़्ज़ की आवाज़ को

©Dr Supreet Singh

आंखें ही बयान करती हैं हाल-ए-दिल को दिल की ख़वाइशें लफ़्ज़ों की मोहताज नहीं दिल की आवाज़ रूह से सुनी जाती है मिलने की तलब हो यार को, पलकों का चिलमन उठ कर झुकना ही देता है दिल लफ़्ज़ की आवाज़ को ©Dr Supreet Singh

#आंखों_की_जुबां

People who shared love close

More like this

Trending Topic