हे! जिंदगी तुम्ही बताओ अब आगे क्या..?
जिंदगी के इस रेस में मेरे साथ मैं अकेला हूं...
अकेला भाग कर भी क्या पाया..
कुछ उदासी, कुछ सहमी हुई से जिंदगी
जिसे पाकर कर भी मन ही मन खुद से बात करता हूं...
लेकिन खुद की बाते भी अब चुब रही है......
©Yuvraj Singh
#दिलकीकिताबे