हद से ज्यादा कुछ भी हो, लोगो को पंसद नही आता, वो स

"हद से ज्यादा कुछ भी हो, लोगो को पंसद नही आता, वो सुरज की धूप हो, या फिर बादलो को बरसना..। ©Sakshi Devangan"

 हद से ज्यादा कुछ भी हो,
लोगो को पंसद नही आता,
वो सुरज की धूप हो,
या फिर बादलो को बरसना..।

©Sakshi Devangan

हद से ज्यादा कुछ भी हो, लोगो को पंसद नही आता, वो सुरज की धूप हो, या फिर बादलो को बरसना..। ©Sakshi Devangan

#5words

People who shared love close

More like this

Trending Topic