दिल की बातें अपनी कहें किससे
अब वो सुनने वाला ना रहा
अकेला छोड़ गया वो मुझे इस हाल में
शायद उसे मेरी मौत का ख्याल तक ना आया
बस इतनी सी ख्वाहिश है
वो जहां रहे बस खुश रहा करें
मैंने तो मौत से रिश्ता जोड़ लिया
©Jha Pallavi Jha
दिल की बातें अपनी कहें किससे
अब वो सुनने वाला ना रहा
अकेला छोड़ गया वो मुझे इस हाल में
शायद उसे मेरी मौत का ख्याल तक ना आया
बस इतनी सी ख्वाहिश है
वो जहां रहे बस खुश रहा करें
मैंने तो मौत से रिश्ता जोड़ लिया