White मैं क्यों फिक्र करूं अपनी सांसों की
मेरा मसीहा फिक्र करे अपने बंदे की !
वो ही तो लाया अपनी मर्जी से मुझे यहां
फिर मैं क्यों सोचूं जल्दी वापिस जाने की !
वो ही कर्ता है वो ही कर्म करवायेगा मुझसे
अच्छा बुरा वो जाने मैं क्यों सोचूं फल की !
मेरी बीमारी से निज़ात दिलवाएगा वो मुझे
मैं क्यों खुशामद करूं इन महंगे हकीमों की !!
©Anjali Nigam
#फिक्रमंद.....