साँसे ही तो है एक दिन छूट जाएगी, जो यादे बसी है अं | हिंदी विचार
"साँसे ही तो है एक दिन छूट जाएगी,
जो यादे बसी है अंदर वही साथ जाएगी,
अपने आप पर इतना मत इतरा इंसान
ये पंच तत्व की शरीर है और पंच तत्व में ही मिल जाएगी।
~शिवकुमार~"
साँसे ही तो है एक दिन छूट जाएगी,
जो यादे बसी है अंदर वही साथ जाएगी,
अपने आप पर इतना मत इतरा इंसान
ये पंच तत्व की शरीर है और पंच तत्व में ही मिल जाएगी।
~शिवकुमार~