White कि तुम उगते सूरज को मानते हो, हम डूबते सूर | English Poetry

"White कि तुम उगते सूरज को मानते हो, हम डूबते सूरज को भी मानते हैं, और भाशा की मर्यादा हम सबसे बेहतर जानते हैं, बदल रही है मिट्टी वो बदलते हम उस बिहार से हैं, कोई पूछे जो पहचान तेरा कह देना हम बिहार से हैं! ©Writer Raja"

 White  कि तुम उगते सूरज को मानते हो, 
हम डूबते सूरज को भी मानते हैं,
और भाशा की मर्यादा हम सबसे बेहतर जानते हैं,
 बदल रही है मिट्टी वो बदलते हम उस बिहार से हैं,
 कोई पूछे जो पहचान तेरा कह देना हम बिहार से हैं!

©Writer Raja

White कि तुम उगते सूरज को मानते हो, हम डूबते सूरज को भी मानते हैं, और भाशा की मर्यादा हम सबसे बेहतर जानते हैं, बदल रही है मिट्टी वो बदलते हम उस बिहार से हैं, कोई पूछे जो पहचान तेरा कह देना हम बिहार से हैं! ©Writer Raja

#alone_sad_shayri love poetry in hindi sad urdu poetry Hinduism

People who shared love close

More like this

Trending Topic