मैं रहूँ या ना रहूँ
तुम मुझमे कहीं बाकी रहना
मुझे नींद आये जो आखिरी
तुम ख्वाबो में आते रहना
बस इतना हैं तुमसे कहना
मैं रहूँ या ना रहूँ
तुम मुझमे कहीं बाकी रहना
किसी रोज़ बारिश जो आये
समझ लेना बूंदों में मैं हूँ
सुबह धुप तुमको सताए
समझ लेना किरणों में मैं हूँ...
©मुसाफ़िर क़लम
तुम मुझमे हो बाकी...
#motivate #लव❤