"White हे मेरे कन्हैया
हृदय परिवर्तित हो गया......
.......मिला जो साथ तुम्हारा
रातें लम्बी हो जाती.......
.......जब ना आए ख्वाब तुम्हारा
हर रोज सताते हो मुझे....
....बंसी बजा-बजा कर
आते नही नजर कहीं.....
....छुप जाते ना जाने कहां पर
करने लगती हूँ रूदन.....
....जब होकर व्याकुल अत्यन्त
चुपके से ख्वाबों में आकर.....
मुस्कराकर व्याकुल हृदय का
हरते हो संताप
अल्फाज मेरे✍️🏽🙏🏼🙏🏼
©Ashutosh Mishra"