White
मेरे पापा लिखते
मेरा मुकद्दर,
अगर मेरे पापा लिखते।
ना दौलत, ना शोहरत,
की कमी लिखते।
जहां जहां गम लिखें है,
वहां वहां वो सुख लिखते।
मेरा मुकद्दर,
अगर मेरे पापा लिखते।
धुधली सी खुशियों को
वह साफ़ साफ़ लिखते।
मेरी ज़िन्दगी में दुःख नाम के,
शब्द ही ना होते।
मेरा मुक़द्दर,
अगर मेरे पापा लिखते।
©Priyanka Poetry
मेरे पापा लिखते