" अपनत्व का प्रेम प्रस्ताव "
मैं रोज़ अपनों को अपना
बने रहने का प्रेम प्रस्ताव
भेजता रहता हूं ।।
इस दिल से बंधे रहने का
एक सुझाव भेजता रहता हूं ।।
मैं ,ये जानता हूं
खुदगर्जी में उम्रें तमाम होनी हैं
फिर भी, मन से गुहार लगाएं फिरता हूं ।।
हां मैं, हर रोज़ मेरे अपनों को
एक प्रेम प्रस्ताव भेजता रहता हूं
वो, बंधे रहे आपसी बंधुत्व में
ऐसी, हरदम जुगत लगाए फिरता हूं ।।
©vinayak kumar pandey
#girlfriendproposeday