बेबुनियाद करने में लगे है,कई लोग। चंद लोग है,मुख़ात | हिंदी Poetry

"बेबुनियाद करने में लगे है,कई लोग। चंद लोग है,मुख़ातिफ मेरे सफ़र से। दुनियादारी की तल्ख़ियाँ डराने लगी, चंद लोग है,दिली खुश मेरे ज़फ़र से।। मुकेश गोगड़े ज़फ़र-कामयाबी,दिली-हार्दिक, तल्ख़ियाँ-कड़वाहट ©kavi mukesh gogdey"

 बेबुनियाद करने में लगे है,कई लोग।
चंद लोग है,मुख़ातिफ मेरे सफ़र से।
दुनियादारी की तल्ख़ियाँ डराने लगी,
 चंद लोग है,दिली खुश मेरे ज़फ़र से।।  
               मुकेश गोगड़े







ज़फ़र-कामयाबी,दिली-हार्दिक,
तल्ख़ियाँ-कड़वाहट

©kavi mukesh gogdey

बेबुनियाद करने में लगे है,कई लोग। चंद लोग है,मुख़ातिफ मेरे सफ़र से। दुनियादारी की तल्ख़ियाँ डराने लगी, चंद लोग है,दिली खुश मेरे ज़फ़र से।। मुकेश गोगड़े ज़फ़र-कामयाबी,दिली-हार्दिक, तल्ख़ियाँ-कड़वाहट ©kavi mukesh gogdey

#दुनियादारी
#ज़फ़र
#दिली
#तल्खियाँ

People who shared love close

More like this

Trending Topic