तुम्हारी सुंदरता निहारते रह जाय क्या
इन झुकी पलकों को देख ढह जाय क्या
पंखुड़ी से गुलाबी होंठ समुंदर
इनकी कोमल में बह जाय क्या
ये जो कोमल से हाथ है गाल
इन्हे थाम जिंदगी भर रह जाय क्या
बाखुदा खूबसूरती है इस सादगी में
मुस्कान तुम्हे इश्क का नाम कह जाय क्या।
©Mohammad Aslam
#lalishq