कलम और कागज़ ना जाने कैसा शौक था मेरा.. तुझमें खुद को बयान करने का.. आज तुझसे भी दामन छुडा कर हर्फ दर हर्फ खमोशी में उतर रहा हूं.. प्रियंका कार्तिकेय khamosi Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto