कैसे भरोसा दिलाऊँ तुझे
क्या करके दिखलाऊँ तुझे
छोडूंगा ना साथ तेरा
कैसे ये बात समझाऊँ तुझे
जिंदगी एक जैसी नहीं होती
लोग एक जैसे नही होते
ये समझने की बात है
कौन क्या कहता है परवा न करो
जब साथ आनेवाला साथ है
खुश तो तुम भी न रह पाओगी
आँखों में देखा है प्यार तेरे
सजाया है ख़्वाब हमने भी
लेने है तेरे साथ हमे फेरे
©pradeep kumar