White दिल को आज धड़कन से शिकायत सी हो गई
धड़कती हो मुझ में फिर क्यू किसी और के नाम हो गई ?
अपनी थी जो कभी
आज क्यू गैर हो गई ?
लबों पर उतरी थी जो दूर होकर भी अल्फाजों में
आज क्यू लबों पर ख़ामोश हो गई ?
अनजान जो नही थी कभी भी
आज क्यू अनजान हो गई ?
लिखी थी जो कहानी इश्क के पन्नो पे
आज क्यू वो खोरा कागज बन गई ?
दिल को धड़कन से शिकायत सी हो गई
धड़कती हो मुझ में फिर क्यू किसी और के नाम हो?
©jiyaa
#sad_shayari शायरी हिंदी में