White स्त्रियां आजाद हुई तो समझ आया...
पुरुषों ने अपनी कामियां छुपाने को इन्हे घर में कैद कर रखा था
क्यों की स्त्रियां आजाद हुई तो दिखाई दिया,
पुरुषों का दोहरा चरित्र जिन्हे अपने घर की स्त्रियां तो देवी
मगर बाहर निकलने वाली स्त्रियां चरित्रहीन दिखाई देती है,
स्त्रियां आजाद हुई तो दिखाई दी,
पुरुषों की आंखों में वासना फिर भले ही २ साल की लड़की हो
या ६० साल की बूढ़ी औरत...
स्त्रियां आजाद हुई तो दिखाई दिया,
पुरुषों की झूठी शान जैसे दुनियां का हर काम वही कर सकते
शायद ये भ्रम अभी भी दूर नही हुआ.
तभी तो अभी भी सोच यूं है कि
स्त्रियां आजाद हुई तो समझ आया
की उन्हें घर में क्यू रखते थे...
©हिमांशी
#Sad_shayri