White तुम्हारे जाने के बाद..... क्यों नही खो जाते | हिंदी Quotes

"White तुम्हारे जाने के बाद..... क्यों नही खो जाते हम उन सभी संस्मरणों की गोद मे जँहा सिर्फ तुम अपने हाथों से मेरे बालो को स्पर्श करती थी , वह पल मेरे लिए ठीक वैसा ही था जैसा किसी तितली का उस फूल पर बैठना जिसका रंग उसके पंखों से मिलता हो , इस सदैव असहनीय एकांत से मुझको उन सभी वेदनाओं की धूमिल छवि दिखाई देती हैं जँहा तुम किसी हवा के झोंके की तरह मेरे चेहरे को स्पर्श करती थी , तुम्हारे जाने के बाद मुझमें सिर्फ कुछ कल्पनाये जीवित हैं जिनका उदहारण सिर्फ इतना कि अब ज़मी पर तुम्हारी तस्वीर उस लकड़ी से बनाता हूँ जो खुद बारिश के विरह में किसी कंकाल की भाँति ज़मी में पैरों तले विलुप्त होती जा रही है ©Jishant ansari"

 White तुम्हारे जाने के बाद.....

क्यों नही खो जाते हम उन सभी संस्मरणों की गोद मे जँहा सिर्फ तुम अपने हाथों से मेरे बालो को स्पर्श करती थी , वह पल मेरे लिए ठीक वैसा ही था जैसा किसी तितली का उस फूल पर बैठना जिसका रंग उसके पंखों से मिलता हो , इस सदैव असहनीय एकांत से मुझको उन सभी वेदनाओं की धूमिल छवि दिखाई देती हैं जँहा तुम किसी हवा के झोंके की तरह मेरे चेहरे को स्पर्श करती थी ,  तुम्हारे जाने के बाद मुझमें सिर्फ कुछ कल्पनाये जीवित हैं जिनका उदहारण सिर्फ इतना कि अब ज़मी पर तुम्हारी तस्वीर उस लकड़ी से बनाता हूँ जो खुद बारिश के विरह में किसी कंकाल की भाँति ज़मी में पैरों तले विलुप्त होती जा रही है

©Jishant ansari

White तुम्हारे जाने के बाद..... क्यों नही खो जाते हम उन सभी संस्मरणों की गोद मे जँहा सिर्फ तुम अपने हाथों से मेरे बालो को स्पर्श करती थी , वह पल मेरे लिए ठीक वैसा ही था जैसा किसी तितली का उस फूल पर बैठना जिसका रंग उसके पंखों से मिलता हो , इस सदैव असहनीय एकांत से मुझको उन सभी वेदनाओं की धूमिल छवि दिखाई देती हैं जँहा तुम किसी हवा के झोंके की तरह मेरे चेहरे को स्पर्श करती थी , तुम्हारे जाने के बाद मुझमें सिर्फ कुछ कल्पनाये जीवित हैं जिनका उदहारण सिर्फ इतना कि अब ज़मी पर तुम्हारी तस्वीर उस लकड़ी से बनाता हूँ जो खुद बारिश के विरह में किसी कंकाल की भाँति ज़मी में पैरों तले विलुप्त होती जा रही है ©Jishant ansari

#vichar #Feeling #quaotes #Love #Emotional @Himanshi Yadav

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