तुझे पाने की आरज़ू में खोने लगा हूं, शायद मैं भी त
"तुझे पाने की आरज़ू में खोने लगा हूं,
शायद मैं भी तेरी तरह किसी का होने लगा हूं,
ओर तुम कहते थे किसी के लायक नहीं तुम,
शायद मैं एक नालायक का होने लगा हूं।
Alka yadav"
तुझे पाने की आरज़ू में खोने लगा हूं,
शायद मैं भी तेरी तरह किसी का होने लगा हूं,
ओर तुम कहते थे किसी के लायक नहीं तुम,
शायद मैं एक नालायक का होने लगा हूं।
Alka yadav