Unsplash मुझे
तुम से
बे पनाह मोहब्बत है
एक ख़ामोश
आज़ाद मोहब्बत
इसलिए तुम्हें किन्ही
बेड़ियों में
जकड़ना मुनासिब नहीं
मुझे तुम से इश्क़ है
रोमांस नहीं
इसलिए मेरी ख्वाहिशें जिस्म से
परे रूहानियत की मुन्तजिर हैँ
तुम भी एक आज़ाद रूह और मैं भी
और इश्क़ मेरा रूहानी...!!
©हिमांशु Kulshreshtha
एक आज़ाद रूह..