राहें बेशक अलग हो सबके,
मगर गौर करें ,राहें शुद्ध होनी चाहिए।
रास्ते जरूरी है मंजिल को पाने के लिए
मगर रास्तों में ठहराव होना चाहिए।
हां ;मंजिल को पाना है तो रास्ता चुनना
होगा,
मगर कोशिश करें रास्ते में भटकाव
कम से कम
होना चाहिए।
कभी-कभी इस बात की फिक्र न करें कि
रास्ता जो चुना है तुमने ,वह सही है या गलत,
क्योंकि कभी -कभी परिणाम को
निर्णय करने देना चाहिए कि रास्ता
सही था या गलत।
©Shashi Mahant
#Motivation
#sagarkinare