White इशारों-इशारों में इकरार होता रहा।
दिल रह-रहकर बेकरार होता रहा।।
हुए गायब वो एक झलक दिखाकर।
ख्वाबों में उनका इंतजार होता रहा।।
तस्वीर भेजकर पूछा कैसी लगती हूँ?
जवाब लफ्जों में बेशुमार होता रहा।।
नजर न लगे उनकी मासूमियत को।
खामोशी से उन पर एतबार होता रहा।।
न मिलना हुआ कभी तय वक्त पर।
पर वादों का वादों से प्यार होता रहा।।
मौसम बदले तो बहुत उन्हें याद कर।
एक हसीन चेहरा दीदार होता रहा।।
बात बस वहीं ठहर जाती रही अभिषेक।
जहाँ पर नसीब का इनकार होता रहा।।
-✍️ अभिषेक यादव
©Abhishek Yadav
#Romantic