जो मेरे पास आना नहीं चाहता,
मैं भी उसको बुलाना नहीं चाहता,
खुद ही आये हँसी तो वही ठीक है,
यूं ही ऐसे हँसाना नहीं चाहता,
जीतना चाहता हूं सभी से मगर,
मैं किसी को हराना नहीं चाहता,
भावनाओं को परिणाम मिल जायेगा,
और रिश्ते को इक नाम मिल जायेगा,
मेरी चोटों को होंठों से छू दो प्रीये ,
मेरी पीढ़ा को आराम मिल जायेगा।।
©Ashvani Kumar
आराम मिल जायेगा