चराग़ हो गया बद-नाम कुछ ज़ियादा ही
कि जल रहा था सर-ए-बाम कुछ ज़ियादा ही
तिरे भुलाने में मेरा क़ुसूर इतना है
कि पड़ गए थे मुझे काम कुछ ज़ियादा ही
तमाम उम्र की आवारगी बजा लेकिन
लगा है इश्क़ का इल्ज़ाम कुछ ज़ियादा ही
©words_of_heart_pa
#Nojoto चराग़ हो गया बद-नाम कुछ ज़ियादा ही
कि जल रहा था सर-ए-बाम कुछ ज़ियादा ही
तिरे भुलाने में मेरा क़ुसूर इतना है
कि पड़ गए थे मुझे काम कुछ ज़ियादा ही
तमाम उम्र की आवारगी बजा लेकिन
लगा है इश्क़ का इल्ज़ाम कुछ ज़ियादा ही