हाँ सुलझी हुई सी लड़की हूं
अक्सर हालातों में उलझ जाती हूं..
बेबाक और बेखौफ सी हूं,
अक्सर अपनों को खोने से
डर जाती हूं..
हिम्मत की बात ना करना,
अपने सब्र पर आऊ तो बेझिझक अड़ जाती हूं..
बड़ी बड़ी बातों को कर देती हूं नज़रअंदाज तो
अक्सर छोटी छोटी बातों पर बिगड जाती हूं..
जहाँ ना हो मेरी कदर में
वहां से आगे बढ़ जाती हूं..
जो आउ मै निभाने पर
तो सारी दुनिया से लड़ जाती हूं..
मैं वो लड़की हूं
जो मतलब कि इस दुनिया में,
रिश्ते दिल से निभाती हूं
✒️
शिरीन अहमद.
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©Shireen Ahmed