तुम्हारा यू मिलना ।ये होठों का सिलना।
दिल मे बहुत कुछ ।पर बयां भी न करना।
यू दिन में हो उलझन वो रातो का जागना।
ना समहले। सामलता ये आंखो का झरना।
बस मरने से पहले इतना ही है कराना
बस एक पल हो तुम फिर अब जी कर क्या करना।
बस एक पल हो तुम फिर अब जी कर क्या करना।।
©Romit Mishra
#MoonShayari