हैं पास नहीं वो मेरे पर
ख्वाबों में भी उन्हें ही सँवारता रहता हूँ
कुछ इस कदर दबी हुई
यादों को उखाड़ता रहता हूँ।
अब बात नहीं होती है उनसे
पर बेखबर नहीं उनकी यादों से,
एक रात महज गुजारने के लिए,
पूरी रात उसकी तसवीर को निहारता रहता हूँ।
...कुमार आदित्य...
...sayari dil se💗💗💗
@kumaraditya139
.
©Kumar Aditya