Unsplash दोस्तों से मुश्किल है हकीकत छुपाना
जैसे हवा से अलग रवानी को रखना।
जिंदगी के अनुभव बेशक अलग-अलग होंगे
मुश्किल नहीं मगर एक दूजे की कहानी समझना।
इशारों में समझाना बहुत कर लिया
चलो दोस्तों में करते हैं वही बचकाना।
यदि कभी कुछ सुनाना पड़े दोस्तों को
बस याद उनकी एक-एक शैतानी दिलाना।
मिलकर यदि किसी दोस्त से छलक जाए आंसू
शाम को उड़ा देना आंसुओं उनके नाम के पैमाना।
देखी होंगी दशकों में कई नायाब इमारतें तूने
होना हो कभी रूबरू जवानी से
दोस्तों के साथ कॉलेज चले आना।।
©Mohan Sardarshahari
Reunion