जैसे दूध के रख-रखाव के लिए आवश्यक है पात्र की शुद | हिंदी विचार

"जैसे दूध के रख-रखाव के लिए आवश्यक है पात्र की शुद्धता, वैसे ही सत्य और प्रेम के लिए आवश्यक है आत्मा का शुद्धिकरण। ©'नीर'🍁"

 जैसे दूध के रख-रखाव के लिए 
आवश्यक है पात्र की शुद्धता,
वैसे ही सत्य और प्रेम के लिए 
आवश्यक है आत्मा का शुद्धिकरण।

©'नीर'🍁

जैसे दूध के रख-रखाव के लिए आवश्यक है पात्र की शुद्धता, वैसे ही सत्य और प्रेम के लिए आवश्यक है आत्मा का शुद्धिकरण। ©'नीर'🍁

#बिज़ीगर्ल
#loveforever #purity #Truth

People who shared love close

More like this

Trending Topic