इक रंग मोहब्बत का तू खुद लगा दे, बैरंग दिल को आज त
"इक रंग मोहब्बत का तू खुद लगा दे,
बैरंग दिल को आज तू रंगीन बना दे।
ख्वाब ख़ूब देखे है मेने तेरे,
आज हक़ीक़त कर इश्क़ का रंग मुझे लगा दे।
सिद्दातों से तेरे इश्क़ को हम तरसे है,
आज इश्क़ के रंग में हम को रंग के अपना मुझे बनाले।"
इक रंग मोहब्बत का तू खुद लगा दे,
बैरंग दिल को आज तू रंगीन बना दे।
ख्वाब ख़ूब देखे है मेने तेरे,
आज हक़ीक़त कर इश्क़ का रंग मुझे लगा दे।
सिद्दातों से तेरे इश्क़ को हम तरसे है,
आज इश्क़ के रंग में हम को रंग के अपना मुझे बनाले।