*सच्चा सुसंस्कृत भारतीय*
इस वर्ष भी मोहब्बत का, महीना मनाया जायेगा
बेशर्मी से जिस्मों को, जिस्मों से मिलाया जायेगा
नादान सूरत वाली भोली सी, कुछ लड़कियों को
प्यारी प्यारी बातों से, बहलाया फुसलाया जायेगा
किसी शैतान की जकड़ में, जिस वक्त वो आयेगी
उसका पहना हर कपड़ा, बेदर्दी से उतारा जायेगा
उसकी हर चीख को, अनसुना करके वो जालिम
जल्लाद बनकर अपनी, हवस पूरी करता जायेगा
बहुत सी मासूम लड़कियां, धोखे में फंस जायेगी
बदनामी का धब्बा उनके, चरित्र पर लग जायेगा
मनाने लगे हैं लोग, चरित्र बिगाड़ने वाला त्यौंहार
अपने देश की संस्कृति को, बोलो कौन बचायेगा
व्याभिचार बढ़ाने लगा, सारे संसार में ये त्यौंहार
इसे न रोका तो सारे, जग को वैश्यालय बनायेगा
वेलेंटाइन डे त्यौंहार नहीं, ये तो चरित्र का दुश्मन
बर्बाद करेगा उसका जीवन, जो इसे अपनाएगा
करेगा जो खुद से वादा, ये त्यौंहार नहीं मनाऊंगा
सच्चा सुसंस्कृत भारतीय, केवल वही कहलायेगा
*ॐ शांति*
*मुकेश कुमार मोदी, बीकानेर, राजस्थान*
*मोबाइल नम्बर 9460641092*
©कवि मुकेश मोदी
सच्चा सुसंस्कृत भारतीय