White क्यों न जानूं मैं तुझे, क्यों न जाने तू मुझे,
कहती है दुनिया, प्यार और जंग में सब जायज़ है।
तू कबूल ले मुझे, यही खुदा से फरमाईश है।
मेरे मन में बैठी तू, संगीत की धुन कोई,
गाती कोयल, नया अनुराग सा कोई।
तुझसे रिश्ता है मेरा, अजीज़ कोई,
जैसे हवाओं का पत्तों से वास्ता कोई,
लहरों का किनारे पर रास्ता कोई।
तुझे न देखूं, ऐसा होगा नहीं,
तुझे देखना मेरी फितरत में है।
चुपके से देख लूं एक बार तुझे, थोड़ा अजीब ही सही,
तेरे पैरों की आहट से, मुझे प्यारी सी घबराहट है कोई।
देख ले एक बार मुझे, इसी में है राहत मेरी,
तू आए न आए, तेरे दीदार को,
मेरी तरसती आँखों का इंतजार ही सही।
मेरी इबादत जरूर, एक दिन रंग लाएगी,
जब तेरी ये चंचल आँखें मुझ पर रुक जाएंगी।
तुझसे है रिश्ता मेरा, अजीज़ कोई,
तुझे न देखूं, ऐसा होगा नहीं।
©Ajay Singh Bisht
कोई फरिश्ता तुम्हारे आंसू पौंछने नहीं आएगा, कोई फरिश्ता तुमको ऊँगली पकड़ के सफलता तक नहीं ले जायेगा। अगर कोई इंसान आपकी मदद कर सकता है तो वो हैं आप खुद। आप ही वो इंसान है जो खुद को सबसे बेहतर तरीके से जानते हैं। खुद को मरने मत दीजिये उठिए, "देखिये आपकी मंजिल आपका इंतजार कर रही है।" 📚 ❛Life isn't about finding yourself. Life is about creating yourself.❜ 😍 ✌ 👍