जान कहा हो तुम
तुम्हारी जान है परेशान
कहा हो तुम
छुप गए हो बादलों में चांद की तरह
अभी यही थे
अभी कहा हो तुम
जान कहा हो तुम
बैचेन है मन मेरा
स्लामती को आपकी
निकल रहे मेरे प्राण
कहा हो तुम
इक संदेशा भेज दो अपनी सलामती का जरा
मेरे प्राण कहा हो तुम
देखो न जरा परेशान है जान तुम्हारी
मेरी जान कहा हो तुम
©kanishka
#lalishq