"ये मंजिल, ये नज़ारे, ये सफर अब नहीं भाते है हमे | हिंदी शायरी Vi

" "ये मंजिल, ये नज़ारे, ये सफर अब नहीं भाते है हमे अब जो है सही है ,जो नहीं हुआ सही था, जो नहीं होगा सही होगा | अब दिल की यही सोचकर बहलाते है " ©Divya Tomer "

"ये मंजिल, ये नज़ारे, ये सफर अब नहीं भाते है हमे अब जो है सही है ,जो नहीं हुआ सही था, जो नहीं होगा सही होगा | अब दिल की यही सोचकर बहलाते है " ©Divya Tomer

#walkingalone

People who shared love close

More like this

Trending Topic