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"बचपन और बारिश मानसून की आहटों के साथ किसी की पलको में लौटती हैं प्रेम की स्मृति। किसी की आंखों में चमक उठती है,बचपन की शरारतें,कागज की कश्ती,सडको पर पानी उछालते हुए भीगे बसतो के साथ घर लौटना।। ©Abhic Kumar "
बचपन और बारिश मानसून की आहटों के साथ किसी की पलको में लौटती हैं प्रेम की स्मृति। किसी की आंखों में चमक उठती है,बचपन की शरारतें,कागज की कश्ती,सडको पर पानी उछालते हुए भीगे बसतो के साथ घर लौटना।। ©Abhic Kumar
#barish #bachpan
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