आये थे कल वो मांगने मन्नत खुदा के दर पे, माँगा | English Shayari
"आये थे कल वो मांगने मन्नत खुदा के दर पे,
माँगा होगा हमें दोबारा,हम यही सोच के खुश थे,,,
नज़र ना मिला सके जब वो,
आसमां सा फूट पड़ा,,,
मालूम था राजन तुझे,
तुम जैसे काफिरो की किस्मत में
इश्क़ कहाँ..."
आये थे कल वो मांगने मन्नत खुदा के दर पे,
माँगा होगा हमें दोबारा,हम यही सोच के खुश थे,,,
नज़र ना मिला सके जब वो,
आसमां सा फूट पड़ा,,,
मालूम था राजन तुझे,
तुम जैसे काफिरो की किस्मत में
इश्क़ कहाँ...