Kalam तेरा साथ ग़र मिले मुझे तो उम्र ये गुज़ार दूँ,
कभी साँस में तेरी रहूँ कभी तुझपे जाँ निसार दूँ।
उम्र भर दीदार को खड़ा रहूँ सर ए बाम मैं
तू कहे तो जाना उम्र भर तिरा नाम ही पुकार दूँ।
ये वादा जानेजां तिरा अबतक मुक़म्मल न हुआ
तू ही बता तिरी चाँदनी को और कितना क़रार दूँ।
बेवफा का ताज देकर मुझको तन्हा करने वाले
ज़िन्दगी तमाम देकर तुझको क्या ऐतबार दूँ।
तेरा साथ ग़र।।।। #Nojotovoice