रामालय 22.01.2024
चहुं ओर नाम राम का
यह दिन साक्षी अमर काम का
पथ-पथ है जग-मग दीपों से
रामनगरी अयोध्या धाम का
उल्लासित मन, पुलकित रोम-रोम
प्रभु श्रीराम का है उपकार
वर्षों का श्रम, साकार हुआ
मिट गये समस्त भ्रम, विकार
रामालय का शुभारंभ, आस्था-सागर
भर लो प्रेम से मन-मस्तिष्क-गागर
ईश्वर एक हैं, मानवता धर्म सर्वोपरि
न बनो ईष्या, द्वेष, घृणा के सौदागर
न तुम हारे, न मैं जीता बस
ये काम प्रभु के नाम हुए
तुम्हारे अल्लाह, उसके गुरु, मसीह
और वही मेरे श्रीराम हुए
जय श्री राम
"कुछ भी बड़ा नहीं"
राज कुमार 'राज'
©Raj Kumar Raj