White मुलाक़ात कब याद बन जाये किसे पता
जो वक़्त हासिल है, उसमें तो जी लें ज़रा..!
बहुत अज़ीब वक़्त है, ख़ुद बदलता है
अपने साथ साथ उसे क्यूँ बदला,अब बता..!
मुझे तारुफ़ की जरूरत नहीं,पता है सब
कब छोड़कर जाना है मुझे, अब तो बता..!
ख़्वाब क्या देखें,अब मुक़म्मल नहीं होगा
अभी तो तुम मेरे साथ हो,आओ जी लें ज़रा..!
तुम्हारे लहज़े से कब साफ़ पता चलता है
तु अभी साथ देगा की अब निकलेगा बता..!
जानता था वक़्त का इंतज़ार है तुझे भी
अब वक़्त बदलते ही, तु भी बदलेगा बता..!!
©Shreyansh Gaurav
Baat to achi hai....par ilzaam to ham par mohabat ke lage the....agar ilzaam na lgta to ham unke ho jaate......