कछुए की तरह रफ्तार है अपनी, और वक्त है जो खरगोश | हिंदी विचार

"कछुए की तरह रफ्तार है अपनी, और वक्त है जो खरगोश हुआ जाता है. ©Rupa Ki Diary"

 कछुए की तरह रफ्तार है अपनी,

और  वक्त है जो खरगोश हुआ जाता है.

©Rupa Ki Diary

कछुए की तरह रफ्तार है अपनी, और वक्त है जो खरगोश हुआ जाता है. ©Rupa Ki Diary

#Nojoto #shayri #Hindi #Poetry

#think

People who shared love close

More like this

Trending Topic